स्वरुप पुरी / सुनील पाल
नरेन्द्रनगर वन प्रभाग का शिवपुरी रेंज एक बार फिर चर्चा मे है। बीते दिनों इसी रेंज मे राजाजी टाइगर रिजर्व मे ट्रांसलोकेटेड बाघ T-8 ने राजाजी से निकल कई दिनों तक यहां अपना डेरा जमाया था। जिससे इस छेत्र मे अव्यवस्था फैल गयी थी। वहीं बुधवार को इसी रेंज मे बाघ के शावक का शव मिलने से हड़कंप मच गया। घटना शिवपुरी के गरुड़चाट्टी पुल के पास की है। वन्यजीव संरक्षण को लेकर समर्पित वन कर्मियों के लिए यह एक बड़ा झटका है। सूचना पर कर मौक़े पर पंहुंची टीम को शावक का शव मिला। शव बहुत ही कमजोर नजर आ रहा था।
डॉक्टरो ने किया पोस्टमार्टम, बाघ कहां से आया, जांच शुरू
नरेन्द्र नगर वन प्रभाग की बात करें तो शिवपुरी के इस छेत्र मे गुलदार तो बहुत है, मगर बाघ नहीं है। नरेंद्र नगर वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी जीवन दगड़े के अनुसार गरुड़चट्टी का पुल राजाजी टाइगर रिजर्व की गोहरी रेंज से जुडा हुआ है, एक तरफ शिवपुरी का जंगल तो दूसरी ओर गंगा पार राजाजी की गोहरी रेंज का जंगल है। आशंका है की यह मादा शावक अपनी माँ के साथ पुल पार कर इस छेत्र मे आयी हो, उसी दौरान यह माँ से बिछड़ गयी हो। कम उम्र के कारण शावक केवल माँ के दूध पर निर्भर रहते है।
“यह लगभग एक वर्ष की मादा शावक है, संभवता माँ से बिछड़ जाने के कारण इसकी मौत हुई है, इस गंभीर प्रकरण पर जांच शुरू कर डी गयी है, शावक के शरीर पर मौजूद धारियों का राजाजी के इस छेत्र मे मौजूद बघिनो की फोटो से साथ मिलान किया जाएगा।”
जीवन दगड़े, प्रभागीय वनाधिकारी, नरेंद्रनगर वन प्रभाग।