स्वरुप पुरी /सुनील पाल
फायर सीजन से पहले राज्य वन महकमे ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया। हर वर्ष वनाग्नि राज्य के लिए एक बड़ा संकट ले कर आती है। पहाड़ी छेत्रो के साथ ही मैदानी छेत्रो मे लगने वाली वनाग्नि, वन कर्मियों के लिए प्रमुख चुनौती होती है।
हर वर्ष वन महकमा जन-जागरूकता अभियान चला कर लोगो को जागरूक करता है। साथ ही वन महकमे से जुडी ईको विकास समितियों व अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से भी लोगो को जगरूक किया जाता है।
राजाजी मे भी फायर सीजन से पूर्व तैयारियां हुई शुरू
मैदानी छेत्रो की बात करे तो तीन जिलों मे फैले राजाजी टाइगर रिजर्व अपने वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन के लिए विश्व भर मे विख्यात है। हर वर्ष फायर सीजन मे घटने वाली घटनाए एक प्रमुख चुनौती होती है। फायर सीजन से पूर्व राजाजी प्रसाशन जगह जगह गोष्ठीया व कार्यशालाए आयोजित कर लोगो को जागरूक कर रहा है।
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हरिद्वार रेंज मे आगामी वनाग्नि काल मे वनो की अग्नि से सुरक्षा के तहत गोष्ठी व प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गयी। इस गोष्ठी मे वन कर्मियों, इको विकास समिति के सदस्य व वीवीपीएफ की टीम मौजूद रही। वन्यजीव प्रतिपालक अजय लिंगवाल, वनक्षेत्रधिकारी बीडी तिवारी, डिप्टी रेंजर गणेश बहुगुणा द्वारा जनसहयोग की अपेक्षा की गयी। साथ ही उच्च अफसरों की मौजूदगी मे फायर ड्रिल भी की गयी।
“फायर सीजन से पूर्व कार्यशालाओ व गोष्ठीयो के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, वहीं वन छेत्रो मे फायर लाईन तैयार करने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है,फायर सीजन के दौरान वनो को बचाने के साथ वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन ही प्रमुख लक्ष्य है।”
बिजेंद्र दत्त तिवारी, वन क्षेत्रधिकारी हरिद्वार।