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प्रतिबंधित मॉनिटर लीजर्ड के अंगों के साथ एक वन्यजीव तस्कर गिरफ्तार, अन्य तस्करो की तलाश जारी

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स्वरुप पुरी /सुनील पाल 

प्रदेश मे वन्यजीव तस्करी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे है। बीते दिनों हरिद्वार के श्यामपुर क्षेत्र मे एस टी एफ ने चौदह किलो हाथी दाँत बरामद कर तीन वन्यजीव तस्करो को गिरफ्तार किया था। वंही आज एक बार फिर राज्य वन महकमे को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। वन महकमे की हरिद्वार वन प्रभाग की टीम ने एक वन्यजीव तस्कर को गिरफ्तार कर उसके पास से मॉनिटर लीजर्ड के 285 नग हत्ता जोड़ी बरामद किए है।गौरतलब है की नई दिल्ली के वाइल्ड लाइफ क्राइम कण्ट्रोल ब्यूरो को वन्यजीव तस्करी की सूचना मिल रही थी, जिसको लेकर हरिद्वार वन प्रभाग की कई टीम वन क्षेत्रों व आबादीय स्थानों मे तलाशी अभियान चला रही थी।

शातिर वन्यजीव तस्कर आफ़ताब हुआ गिरफ्तार वन्यजीव अधिनियम के तहत भेजा जेल 

कई संदिग्ध लोगो से पूछताछ के बाद वन महकमे की टीम को आफताब का सुराग मिला। जिसके बाद रणनीति बना वन कर्मियों ने इसे दबोच कर इसके पास से मॉनिटर लिज़ार्ड के 285 जोड़ी अंग बरामद किए। वन्यजीव तस्कर आफ़ताब मूल रूप से रामपुर का निवासी है और वह हरिद्वार मे पिछले काफी समय से विष्णु घाट में रह रहा था। हरिद्वार एसडीओ संदीप शर्मा व रेंज अधिकारी शैलेन्द्र नेगी की टीम ने ज़ब इससे कड़ाई से पूछताछ की तो इसके संबंध कई अंतररजिया तस्करो से जुड़े होने की जानकारी मिली है।

धन प्रप्ति के अन्धविश्वास के तहत करते है शिकार, बाजार मे है बड़ी डिमांड

वंही मॉनिटर लिज़ार्ड की बात करें तो नम प्राकृतिक आवास मे रहने वाला यह बहुत ही खूबसूरत जीव है। हरिद्वार व राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलो मे यह बहुतायत मे पाया जाता है वंही मान्यता है की जिसके पास इसके गुप्तांग का जोड़ा होता है उस पे धन की कमी नहीं होती जो की एक मिथक है। यही वजह है की वन्यजीव तस्कर इसका शिकार कर इसके अंगों को बाजार मे ऊँची कीमत में बेचते है।

“पिछले कई दिनों से हमारे द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा था, जिसमे आज एक बड़ी सफलता मिली है, गिरफ्तार वन्यजीव तस्कर आफ़ताब के पास से अनुसूची-1 मे प्रतिबंधित मॉनिटर लिज़ार्ड के अंग बरामद हुए है, अभियुक्त के खिलाफ वन्यजीव अधिनियम 9/51के तहत करवाही कर जेल भेजा दिया गया है।”

शैलेन्द्र नेगी, वन क्षेत्रधिकारी हरिद्वार।

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