स्वरुप पुरी /सुनील पाल
फायर सीजन को लेकर राज्य वन महकमे के सभी प्रभागो मे तैयारिया चल रही है। वनाग्नि की दृस्टि से गढ़वाल मण्डल भी संवेदनशील माना जाता है। इसको लेकर वन महकमा बेहद ही सतर्क है। वन प्रभाग टिहरी डैम-प्रथम की बात करें तो यहां फायर सीजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर लीं गयी है।
विगत दिसंबर माह से ही सभी रेंजो मे लगातार वन गोष्ठीया आयोजित की जा रही है। अब तक 121 वन गोष्ठीयो के माध्यम से विभिन्न पंचायतो, ग्राम सभाओ व स्कूलों मे लोगो को जागरूक कर वनो को बचाने का सन्देश दिया गया। इसके साथ ही कई नुक्कड़ नाटको के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण व वनाग्नि को लेकर रोकथाम के उपाय व निदान का सन्देश दिया गया।
वनाग्नि रोकने मे जन मानस का सहयोग जरूरी, जल्द शुरू होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
वनाग्नि रोकथाम को लेकर स्थानीय वन पंचायतो, महिला मंगल दल, पुरुष मंगल दल व विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वयंसेवियों व पंचायतो को वनाग्नि रोकथाम से सम्बंधित सामग्री भी वितरित कर दी गयी है। इसके साथ ही सभी रेंजो मे फायर लाईन तैयार कर, सभी वन कर्मियों को अलर्ट मोड मे रहने के निर्देश दिए गए है।
“फायर सीजन को देखते हुए दिसंबर माह से ही जनजागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया था, अब तक 121 वन गोष्ठीयो व नुक्कड़ सभाओ के माध्यम आमजनमानस से जन सहयोग की अपील की गयी है, साथ ही सभी रेंजो मे फायर लाइन का कार्य पूरा कर दिया गया है।”
संदीपा शर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी टिहरी डैम -प्रथम।