स्वरूप पुरी/सुनील पाल
शीत ऋतु अब अपने अंतिम दौर में है तो वहीं बसंत ऋतु के आगमन से पूर्व इस पर्व को लेकर चारो ओर ख़ुशी का माहौल है। देश भर में यह पर्व हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। हरिद्वार की बात करे तो धर्मनगरी में इस पर्व का उत्साह कई दिनों पूर्व से ही दिखने लगता है। देश भर में धार्मिक दृष्टि से मशहूर इस नगर की पतंगबाजी के चर्चे चर्चित है। हरिद्वार नगर की हर गली व ग्रामीण क्षेत्रों में आसमान इन दिनों विभिन्न रंगों में नजर आता है। मगर बदलते दौर में पतंगबाजी का रूप भी बदल गया है। पहले डोर से पतंगों को बांधा जाता था, मगर अब यह डोर चाइनीज मांजे के रूप में परिवर्तित हो चुकी है। बाजार में चाइनीज मांजे के आने से कई घटनाएं घटित हो चुकी है।
सिटी मजिस्ट्रेट ने कसी नकेल, चाइनीज मांजे की बिक्री पर रोक
हर वर्ष पंचमी पर चाइनीज मांजे से लोगो के घायल होने की कई घटनाएं प्रकाश में आई है। कटी पतंगों की डोर से कई राहगीर घायल हो चुके है इसके साथ आकाशीय पक्षियों के लिए भी यह मांजा एक बड़ा संकट बन कर सामने आया है। इसी के चलते सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा नगर निगम और पुलिस प्रशासन को चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए है।
“चाइनीज मांझे की अवैध बिक्री की लगातार सूचना मिल रही है, इसी के चलते नगर निगम हरिद्वार और पुलिस प्रशासन को संयुक्त टीम बनाकर चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगाने के आदेश जारी किये गए है, मेरे द्वारा भी समय समय पर छापेमारी की कारवाही को अमल मे लाया जायेगा साथ ही व्यापारी संघटनो से भी अपील की है की वे भी अपने स्तर पर अवैध चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगाए।”
कुसुम चौहान, सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार।