स्वरूप पुरी/सुनील पाल
हरिद्वार – उत्तराखंड के लोक पर्व हरेला की शुरुआत हो गई है। राज्य भर में इसको लेकर जगह जगह वृक्षारोपण के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। हरिद्वार में भी इसको लेकर आज कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। भेल के सीआईएसएफ कैम्पस में जिलाधिकारी की मौजूदगी में सभी लोगो ने पर्यावरण संकट पर गहन मंथन किया। इस मौके पर हरिद्वार वन प्रभाग द्वारा वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों ने बहुमूल्य प्रजाति के पौधों का रोपण कर पर्यावरण को स्वछ व सुंदर बनाने का संकल्प लिया।
राजाजी टाइगर रिजर्व की सभी रेन्जो मे किया गया वृक्षारोपण
वन्ही हरेला को लेकर राजाजी टाइगर रिजर्व में भी उत्साह का माहौल नजर आया। पार्क की चीला,गोहरी, रवासन,मोतीचूर, हरिद्वार में बड़े पैमाने पर पौधों का रोपण किया गया।
“जल संरक्षण को लेकर इस बार हरेला पर्व मनाया जा रहा है, सभी लोग इस बार वृक्षारोपण को लेकर उत्साहीत नजर आ रहे है, ऐसे लोक पर्व पर्यावरण को बचाने में अहम भूमिका निभाते है।”
शैलेश घिल्डियाल, रेंज अधिकारी चीला।
“बेहतर पर्यावरण के लिए वनों को बचाना बहुत जरूरी है, वह रहेंगे तभी वन्य जीव भी रहेंगे, हरेला जैसे पर्व के दौरान बेहतर पर्यावरण के साथ वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन का भी संकल्प लिया जा रहा है। “
प्रमोद ध्यानी, रेंज अधिकारी रवासन राजाजी।
“सभी लोग इस मुहिम में बढ़ चढ़ कर भाग ले रहे है, इस अवसर पर बहुमूल्य प्रजाती के वृक्षो का रोपण किया जा रहा है, आगे भी यह मुहिम जारी रहेगी।”
रविंदर पुंडीर, वार्डन राजाजी टाइगर रिजर्व।
” इस बार हरेला पर्व के तहत हरिद्वार वन विभाग द्वारा ढाई लाख पौधों का रोपण किया जाएगासाथ ही अन्य विभागों के माध्यम से 5 लाख पौधे लगाने का भी लक्ष्य रखा गया है। “
नीरज शर्मा, प्रभागीय वन अधिकारी हरिद्वार।