फायर सीजन से पूर्व असलहो का प्रशिक्षण, स्टाफ के साथ ड्रिल का आयोजन

    260
    0

    स्वरुप पुरी /सुनील पाल 

    प्रदेश भर मे फायर सीजन को लेकर तैयारियां अंतिम दौर मे है। फायर लाइन, क्रू स्टेशन के साथ ही वन कर्मियों के पास मौजूद असलहो को भी दुरुस्त कर उनका परीक्षण किया जा रहा है। राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला व हरिद्वार रेंज मे शुक्रवार को एसएसबी से सेवानिर्वित आर्मोरर कमलेश्वर प्रसाद रतूड़ी ने 12 बोर बन्दूक, 32 बोर रिवाल्वर, 315 बोर राइफल के रख रखाव की जानकारिया दी गयी। साथ ही रेंज अफसर की मौजूदगी मे ड्रिल भी आयोजित की गयी। फायर सीजन व नियमित गस्त के दौरान असलहो के चलते वन कर्मी आपात स्थिति से निपटने मे सक्षम होते है।

    हरिद्वार वन प्रभाग के चिड़ियापुर मे वनाग्नि सुरक्षा को लेकर अहम गोष्ठी, अग्नि सुरक्षा को लेकर रणनीति तैयार

    वहीं मैदानी छेत्रो की बात करें तो राजाजी के साथ ही हरिद्वार वन प्रभाग मे भी सभी तैयारियां अंतिम दौर मे है। उतर प्रदेश के बिजनौर से लगी चिडयापुर रेंज मे हाइवे स्थित होने के कारण यह छेत्र भी संवेदनशील माना जाता है। राजाजी के बफर छेत्र के रूप मे विख्यात होने के चलते जंगली गजराजो व बाघ, गुलदार यहां बहुतायत मे पाए जाते है। फायर सीजन मे यहां के ग्रामीणों की सहभागिता व सहयोग को लेकर निरंतर गोष्ठीयो व कार्यशालाए आयोजित की जा रही है।

    “फायर सीजन को लेकर सभी तैयारियां की जा रही है, असलहो को लेकर आज चीला व हरिद्वार रेंज मे विशेष प्रशिक्षण व ड्रिल का आयोजन किया गया, फायर सीजन मे विकट परस्थितियो के बीच वन्यजीवो, जंगलो को सुरक्षित रखने के साथ ही वन कर्मियों की सुरक्षा भी बहुत महत्वपूर्ण है।”

    बिजेंद्र दत्त तिवारी, वन क्षेत्राधिकारी हरिद्वार -चीला 

    “फायर सीजन को देखते हुए सभी टीम तैयार है, ग्रामीणों के सहयोग व आपात स्थिति से निपटने के लिए लगातार गोष्ठीयो व कार्यशालाओ का आयोजन किया जा रहा है, वनो के साथ वन्यजीवो का संरक्षण को लेकर हम हर वक़्त तैयार है।”

    हरीश गैरोला, वन क्षेत्राधिकारी, चिड़ियापुर 

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here