स्वरुप पुरी / सुनील पाल
वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन को लेकर राजाजी टाइगर रिजर्व ने एक कदम ओर बढ़ाया है। बाघो के ट्रांसलोकेशन के तहत पांचवे बाघ को जिम कोर्बेट टाइगर रिजर्व से आज तड़के मोतीचूर रेंज लाया गया है। इस महत्वपूर्ण मिशन को लेकर राजाजी व जिम कोर्बेट के अधिकारी पिछले कई दिनों से जुटे थे। बीते चार दिनों से नर बाघ को कैप्चर करने के लिए कॉबेट की टीम जुटी हुई थी। आखिरकार कठिन प्रयासों से नर बाघ को कैप्चर कर, सफलता पूर्वक मोतीचूर लाया गया है। जल्द ही इसका परिक्षण कर इसे यहां से रिलीज कर दिया जाएगा। इससे पूर्व कॉर्बेट से चार बाघो को यहां लाया जा चूका है।
वर्ष 2018 मे एनटीसीए के निर्देश के बाद राजाजी के पश्चिमी छेत्र मे बाघो के ट्रांसलोकेशन की योजना बनी थी। इसके तहत मोतीचूर रेंज मे टाइगर बाड़े का निर्माण किया गया था। कठिन परिश्रम व तमाम उतार चढ़ाव के बाद आखिरकार पाँचवे बाग़ को आज यहां सफलतापूर्वक ट्रांक्लॉकेट कर दिया गया। इस मौक़े पर चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन व पार्क निदेशक ने मौक़े पर ही टाइगर को बाड़े मे रीलीज किया उम्मीद है की इस बाघ के यहां आ जाने के बाद इस क्षेत्र मे बाघो का कुनबा तेजी से बढ़ेगा।
“कॉर्बेट से सफलतापूर्वक इस बाघ को लाया जा चूका है, कुछ परिक्षण के बाद इसे जंगल मे रिलीज कर दिया जाएगा।”
कोको रोसे, निदेशक, राजाजी टाइगर रिजर्व।