विश्व पर्यावरण दिवस पर विविध स्थानों में हुआ पौध रोपण, पर्यावरण बचाने का लिया संकल्प

    206
    0

    स्वरूप पूरी/सुनील पाल

    विश्व पर्यावरण दिवस पर वनकर्मियों ने पौध रोपण कर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया है। राजाजी टाइगर की सभी रेंजों में आज वनकर्मियों ने बहुमूल्य प्रजाति के पौधों को रोपित किया। वन्ही पार्क की मोतीचूर रेंज में पार्क निदेशक साकेत बडोला ने वनकर्मियों को पर्यावरण को बचाने के साथ ही वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन की महत्वपूर्ण जानकारी दी। इसके साथ ही वेबिनार के माध्यम से सभी रेंजों के वनकर्मियों से जुड़ पर्यावरण सम्बंधित सुझाव साझा किए। वन्ही इस मौके पर वन्यजीव प्रतिपालक हरीश नेगी, रेंज अधिकारी महेश सेमवाल सहित सभी वनकर्मी उपस्थित रहे।

    वृक्षारोपण करते राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक साकेत बडोला

    हरिद्वार वन प्रभाग में हुए कार्यक्रम आयोजित, सन्तो ने भी किया वृक्षारोपण

    हरिद्वार वन प्रभाग में भी वनकर्मियों ने विश्व पर्यावरण दिवस पर विविध स्थानो में पौध रोपण किया। प्रभाग की श्यामपुर रेंज के चांडी बीट में पौधरोपण किया गया।

    चंडी देवी मंदिर पैदल मार्ग पर वृक्षारोपण करते महंत सतीश गिरी

    माता अंजनी देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत सतीश गिरी महाराज व सिद्धबली आश्रम के संतों ने वनकर्मियों के साथ मिल चांडी पैदल मार्ग पर वृक्षारोपण किया। वन्ही इस मौके पर चिड़ियापुर रेंजे में पर्यावरण बचाओ संकल्प रैली भी निकाली गई। साथ ही वनकर्मियों ने बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया।

    रसियाबड में वृक्षारोपण करते चिड़ियापुर रेंज अधिकारी हरीश गैरोला व वन्यकर्मी।

    “पर्यावरण बचाने को लेकर सभी को आगे आना होगा, बरसात के मौसम में हर व्यक्ति एक वृक्ष का रोपण कर पर्यावरण बचाने का संकल्प ले, अगर ऐसा होता है तो हम जलवायु परिवर्तन को रोक सकते है।”

    महंत सतीश गिरी, अध्यक्ष माता अंजनी देवी ट्रस्ट।

    “विश्व पर्यावरण दिवस पर चिड़ियापुर व रसियाबड़ के विभिन क्षेत्रों में जनजागरूकता रैली निकाल विभिन्न स्थानों पर पौध रोपण किया गया, साथ ही भूमि कटाव वालो क्षेत्रों में भी जल्द ही बड़े पैमाने में वृक्षारोपण किया जाएगा। “

    हरीश गैरोला, वनक्षेत्राधिकारी चिड़ियापुर।

    “विश्व पर्यवारण दिवस के अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, वेबीनार के माध्यम से सभी रेंज के वन कर्मियों से जुड़कर पर्यावरण संबंधित सुझाव साझा किये, हमें 5 जून को ही पर्यावरण दिवस के रूप में नहीं मानना चाहिए,हमें हर दिन को पर्यावरण के रूप मे मनाना चाहिए।”

    साकेत बडोला, निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व।

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here