स्वरुप पुरी /सुनील पाल
फ्रांस मे आज से दसवीं विश्व रेंजर कॉन्फ्रेंस की शुरुआत होने जा रही है। सात से ग्यारह अक्टूबर तक चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस मे 78 देशो के फ्रंटलाइन स्टाफ से जुड़े वनकर्मी शिरकत करेंगे। भारत की बात करें तो यहां से केवल एक प्रतिनिधि आशीष गौड़ देश का प्रतिनिधिव करेंगे। आशीष गौड़ वर्तमान मे राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर रेंज मे अनुभाग अधिकारी के पद पर कार्यरत है। कई कठिन मानको को सफलता पूर्वक पार कारने के बाद उनका इस कॉंफ्रेस के लिए चयन किया गया है। वंही कल देर शाम मोतीचूर रेंज अधिकारी महेश सेमवाल, डिप्टी रेंजर दिनेश डूंगरियाल व अन्य स्टाफ ने उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने की शुभकामनाओ के साथ फ़्रांस के लिए रवाना किया।
टाईगर मॉनिटरिंग व ट्रांसलोकेशन कार्य के साथ ही, वन्यजीव संरक्षण मे निभाई है अहम भूमिका
वर्ष 2011 मे वन सेवा से जुड़े आशीष गौड़ ने वन्यजीव संरक्षण मे अहम् भूमिका निभाई है। चीला रेंज मे तैनाती के दौरान बाघो व जंगली गजराजो के संरक्षण को लेकर बेहतरीन टीम वर्क किया है। वहीं मोतीचूर रेंज मे बाघो के ट्रांसलोकेशन व मॉनिटरिंग मे भी अहम भूमिका निभाई है। हाल ही मे हल्द्वानी मे वन आरक्षी ट्रेनिंग मे भी प्रथम स्थान पाने के साथ स्वर्ण पदक भी हासिल किया है। वन महकमे को उम्मीद है की इस बार फ़्रांस मे भी वे देश का नाम रौशन कर मिसाल कायम करेंगे।
“आशीष द्वारा बाघो व गजराजो के संरक्षण को लेकर किए गए बेहतरीन कार्यों व कर्मठता को देखते हुए ही उन्हें फ़्रांस भेजा गया है, यह गर्व की बात है की वह देश का वहां प्रतिनधित्व कर रहे है, इसमें राज्य के वन मंत्री व उच्च अफसरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन मे कर्मठता से कार्य करने वाले अन्य वन्यकर्मियों के लिए आशीष मिसाल बनेगे।”
साकेत बडोला, निदेशक कॉबेट टाइगर रिजर्व।
“मुझे बहुत ख़ुशी है, आशीष एक बहुत ही कर्मठ योग्य और खास कर टाइगर ट्रांसलोकेशन और टाइगर प्रोटेक्शन के लिए एक बहुत ही मेहनती और ईमानदार कार्मिक रहा है मेरे साथ, उसने लगातार टाइगर गस्त, टाइगर मॉनेटरिंग मे आशीष का बहुत बडा योगदान विभाग के लिए रहा है, मै उसके उज्वल भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। “
सनातन सोनकर, पूर्व निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व।