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ट्रैन से कट हाथी की मौत, जिम्मेदार कौन? लापरवाह गस्ती दल पर कब होगी कार्यवाही

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स्वरूप पुरी/सुनील पाल

हरिद्वार- हरिद्वार वन प्रभाग में सोमवार देर रात एक बार फिर एक जंगली हाथी की ट्रेन से टकराकर मौत हो गई। घटना हरिद्वार वनप्रभाग के हरिद्वार रेंज की है इस रेंज में सीतापुर के पास एक गजराज ट्रेन की चपेट में आ गया। सूत्रों की माने तो यहां हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक को पार कर रहा था उसी दौरान उपासना एक्सप्रेस के आ जाने से एक हाथी उससे टकरा गया गनीमत रही की इस घटना में तेज गति से आ रही ट्रेन और उसमे सवार यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। वही ट्रेन की टक्कर के बाद इस हाथी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुड़ गई तो वहीं इस घटना के बाद वन महकमे में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों ने मौके पर पँहुच घटना स्थल का निरीक्षण किया। इस गजराज को नगर वन में ला कर पोस्टमार्टम किया गया।

घटना का कौन है जिम्मेदार, क्या होगी कार्यवाही ?

गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व इसी ट्रैक पर दो हाथी ट्रैन की चपेट में आ कर मारे गए थे। वन्ही हरिद्वार से लेकर देहरादून के बीच पूर्व में भी कई घटनाएं घट चुकी है। इन घटनाओं के बाद वन महकमे व रेलवे प्रसाशन के बीच कई बैठके भी की जाती है। मगर कुछ दिनों बाद फिर स्थिति पूर्व की तरह हो जाती है। वन्ही रेलवे ट्रैक पर तैनात गस्ती दलों की भूमिका को भी परखना होगा। जब कोई घटना घटती है तो नियमित गस्त के दावे किए जाते है, मगर फिर घटना कैसे घट जाती है इसका जवाब किसी के पास नही। वन महकमे को इस लापरवाही पर कठोर कार्यवाही कर नजीर पेश करनी होगी। तभी मासूम वन्यजीवों के साथ ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों का जीवन भी सुरक्षित रह पायेगा।

“ये चार हाथियों का ग्रुप था जिसको गस्ती दल द्वारा एक किलोमीटर से ट्रेक किया जा रहा था, चारो हाथियों को रेलवे ट्रेक से हटा दिया गया था लेकिन एक हाथी रेलवे ट्रेक की ओर वापस चला गया जिससे उसकी ट्रेन की चपेट मे आने से मौत हो गई, रेलवे के अधिकारियो से भी संयुक्त गस्त के लिएवार्ता की जाएगी।”

नीरज शर्मा, डीएफओ हरिद्वार

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