स्वरुप पुरी /सुनील पाल
दीपावली की एक ओर जहां खुशी व रौशनी लाती है, तो वहीं इस रात का तंत्र क्रिया करने वाले व तांत्रिक बेसब्री से इसका इन्तजार करते है। सूत्रों की माने तो तंत्र क्रिया में उल्लुओ की बलि को लेकर भ्रान्तियां समाज में फैली है, जिसके चलते कुछ लोग इसे लेकर उत्सुक रहते है।
प्रदेश की बात करे तो इस पर्व पर वन्यजीव तस्कर जंगलो में घुसने की फिराक में रहते है। यही वजह है की प्रदेश वन मुख्यालय हर वर्ष अलर्ट जारी कर दीपावली पर्व पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी करता है। इस बार 31 अक्टूबर को दीपावली पर्व मनाया जाएगा, जिसको देखते हुए वन कर्मी अतरिक्त पेट्रोलिंग कर रहे है।
मैदानी वन प्रभागो में वन कर्मियों की कई टीम तैनात
वहीं राज्य के मैदानी छेत्र में मौजूद वनो की बात करें तो हरिद्वार वन प्रभाग व राजाजी टाइगर रिजर्व बहुत ही महत्वपूर्ण माने जाते है। जंगली उल्लुओ की कई प्रजातियां यहां पायी जाती है। गंगा तटीय क्षेत्र होने के चलते अक्सर शिकारी जंगलो में घुसने की फिराक में रहते है।
हरिद्वार वन प्रभाग की बात करें तो सभी रेंजो को अलर्ट मोड में रख, गस्त के लिए अतिरिक्त टीम तैनात कर दी गयी है। वहीं राजाजी टाइगर रिजर्व की हरिद्वार रेंज, चीला, मोतीचूर में लम्बी दूरी गस्त के माध्यम से चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा रही है।