स्वरुप पुरी /सुनील पाल
शीत ऋतु के आगमन के साथ ही वन छेत्रो से सटे गावों मे गुलदार की आमद शुरू हो गयी है। हरिद्वार वन प्रभाग की श्यामपुर रेंज वन्यजीवो की दस्तक व मानव वन्यजीव संघर्ष के लिहाज से बेहद ही संवेदनशील मानी जाती है। पिछले कुछ समय से यहां घट रही घटनाए चिंता का सबब बन रही है। हाल ही मे एक हाथी जहाँ करंट से मरा था, तो वंही मंगोलपुरा मे एक किसान ने मानव वन्यजीव संघर्ष मे अपनी जान भी गंवाई थी। आज फिर यहां के पीली पढ़ाव क्षेत्र मे एक गुलदार वन महकमे के लिए आफत बन सामने आया। छेत्र मे स्तिथ एक खंडहर नुमा मकान मे गुलदार दिखते ही शोर मच गया।
रेस्क्यू अभियान मे वन कर्मी घायल, ग्रामीणो ने लगाए लापरवाही के आरोप
गुलदार की सूचना मिलते ही वन महकमे की टीम मौक़े पर पंहुंची। सर्च ऑपरेशन के दौरान अचानक एक वन कर्मी से गुलदार का सामना हो गया, गुलदार ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले मे वन कर्मी को गुलदार का पंजा लग गया, उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। वन महकमे की टीम ने इसे ट्रेंकूलाइज करने के कई प्रयास किए, मगर खेत मे धान की फसल खड़ी होने से इसमें सफलता नहीं मिल सकी। अब जल्द ही यहां पिंजरा भी लगाया जाएगा। वहीं इस सम्पूर्ण प्रकरण मे ग्रामीणो की नाराजगी भी देखने को मिली। उनका आरोप है की वन महकमें की टीम ने गुलदार को मौक़े से भगा दिया।

क्या कहते है ग्रामीण……..
“जगली जानवरो से ग्रामीण बहुत परेशान है, कई बार शिकायत के बाद वन महकमे ने कैमरे लगाए और उसके बाद भूल गए, आज के प्रकरण मे भी वन विभाग खाना पूर्ति करता रहा और गुलदार को भाग दिया गया, डीएफओ साहब भी फोन नहीं उठाते, पूर्व मे भी गुलदार द्वारा ग्रामीण को घायल कर दिया गया था जिसका मुआवजा 4 साल बाद सीएम पोर्टल पर शिकायत करने पर मिला।”
शशि झंडवाल, ग्राम प्रधान ।
“सूचना मिलते ही टीम को मौके पर भेज दिया गया था, गुलदार खंडर नुमा घर मे छिपा हुआ था, टीम के पहुंचने पर गुलदार से सामना होने पर एक फारेस्ट कर्मी गुलदार का पंजा लगने से घायल हो गया, गुलदार को खेत मे ख़डी फसल के चलते रेस्क्यू करने मे दिक्कत आई, गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने की कोशिश भी की गई मगर सफलता नहीं मिली, उच्च अधिकारियो से वार्ता कर इस स्थान पर दो पिंजरे लगाए जाएंगे।”
पंकज ध्यानी रेंज अधिकारी, श्यामपुर रेंज।