स्वरूप पुरी/सुनील पाल
राजाजी टाइगर रिजर्व की गोहरी रेंज में पालतू मवेशीयों की जंगलों में घुसपैठ को लेकर कार्यवाही शुरू हो चुकी है। अधिकारियों के कड़क निर्देश के बाद अब गोहरी रेंज में हाल ही में तैनात रेंज अधिकारी राजेश जोशी ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। कुछ दिनों पूर्व उनके कड़क निर्देश के बाद भी मौके पर तैनात वन कर्मी जंगलों में घुसने वाली भैंसों पर कार्यवाही को तैयार नही थे। ऐसे में रेंज अधिकारी ने अब खुद मौके पर जा कर कार्यवाही को अंजाम देना शुरू किया है। आज सुबह कई टीमो ने जंगलों में घुसने वाली भैंसों को जंगल मे जाने से रोका।
सबसे बड़ा सवाल है कि अधिकारियों के आदेश के बावजूद भी निचले स्तर के वनकर्मी क्यो नही कारवाही करते है। आखिर ऐसे कौन से कारण है की इन्हें किसी का डर नही । गौरतलब है कि राजाजी के बीन नदी क्षेत्र में सैकड़ो की संख्या में भैंसे कोर एरिया में प्रतिदिन चरने को जाती है। क्षेत्र मे तैनात वनकर्मियों पर इन्हें रोकने की जिम्मेदारी होती है। मगर आखिर इनकी आंखों पर ऐसा कौन सा पर्दा होता है जो ये कारवाही नही करते है।
आखिर बीते दिनों मीडिया में खबर आने के बाद खुद रेंज अधिकारी ने जब मोर्चा संभाला तो कारवाही हुई। रेंज अधिकारी की इस कारवाही से महकमे में हड़कम्प मच गया है। अपनी जिम्मेदारी के प्रति लापरवाह वनकर्मियों पर अब कारवाही का शिकंजा कस गया है। उम्मीद है कि ऐसे लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कारवाही कर एक मिसाल कायम की जा सकेगी।
“पालतू मवेशीयों को रोकने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है, साथ ही गस्त को भी बढ़ा दिया गया है, जिन लोगो के पालतू मवेशी है उन्हें भी चिन्हित कर उनके खिलाफ कारवाही की जाएगी, क्षेत्रीय स्टाफ को भी सख्त निर्देश दिए गए है अगर किसी के द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उसके खिलाफ भी सख्त कारवाही होगी।”
रविन्द्र पुंडीर, वार्डन राजाजी टाइगर रिजर्व।