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राष्ट्रीय वन शहीद दिवस , चीला व मोतीचूर रेंज मे शहीदो को दी गयी श्रद्धांजलि

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स्वरुप पुरी /सुनील पाल 

वनो की सुरक्षा व वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन के दौरान अपने प्राणो की आहुति देने वाले वन शहीदो को आज राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पर पर श्रद्धांजलि दी गयी। देहरादून स्थित वन मुख्यालय के साथ ही राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला व मोतीचूर रेंजो मे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। पार्क की चीला रेंज मे वनक्षेत्रधिकारी बीडी तिवारी व गोहरी एवं चीला वनकर्मियों ने जनवरी मे चीला कार दुर्घटना मे शहीद हुए वन कर्मियों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वंही मोतीचूर रेंज मे 31 दिसंबर 1994 की रात्रि मे वन तस्करो से लोहा लेते हुए शहीद हुए हरपाल सिंह बिष्ट व नरेश चौहान को सम्पूर्ण स्टाफ द्वारा श्रद्धांसुमन अर्पित कर श्रधांजलि दी गयी।साथ ही इस अवसर पर चीला वाहन दुर्घटना मे शहीद हुए वन कर्मियों को भी श्रद्धांजलि दी गयी। इस अवसर पर वन शहीद नरेश चौहान की पत्नी बबलेश चौहान को वन क्षेत्रधिकारी महेश सेमवाल ने शॉल भेंट कर नरेश चौहान की स्मृतियों को याद किया।

चीला दुर्घटना मे शहीद हुए वन कर्मियों की शहादत को भूला महकमा, सहायक वंन कर्मचारी संघ ने जताई नाराजगी

यह वर्ष राज्य वन महकमे के लिए बेहद ही कस्ट भरा रहा। साल की शुरुआत मे ही चीला मे हुई वाहन दुर्घटना मे चार होनहार वन कर्मियों की शहादत हुई। तो वहीं बागेश्वर मे वनाग्नि की घटना मे कई वन कर्मियों की सहादत ने सभी को जखझोर के रख दिया। चीला हादसे के बाद वन कर्मियों के सम्मान को लेकर की गयी घोषणा अब तक पुरी नहीं हुई और ना ही इनको शहीद का दर्जा दिया गया। इसको लेकर सहायक वन कर्मचारी संघठन द्वारा नाराजगी भी प्रकट की गयी है।

“राष्ट्रीय वन शहीद दिवस पर वन शहीदो के प्रकरण पर गंभीर मंथन किया गया, चीला हादसे के बाद की गयी घोषणा अब तक पूरी नहीं हुई है, जल्द ही अगर इस संबंध मे कोई कार्यवाही नहीं हुई तो संघठन जल्द ही बैठक कर आंदोलन की रणनीति तय करेगा।”

हरपाल गुसाईं, अध्यक्ष, सहायक वन कर्मचारी संघ, राजाजी टाइगर रिजर्व।

“आज देहरादून वन मुख्यालय मे आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम मे हमारे द्वारा एक बार फिर चीला हादसे मे हुए शहीदो को वन शहीद का दर्जा देने की मांग की गयी, जल्द ही अगर इस पर कोई निर्णय न लिया गया तो आंदोलन की रणनीति तय की जायेगी।”

रमेश कोठियाल, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष, सहायक वन कर्मचारी संघ राजाजी टाइगर रिजर्व।

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