स्वरुप पुरी /सुनील पाल
राजाजी टाइगर रिजर्व अपने वन्यजीव संरक्षण व संवर्धन के लिए देश भर मे विख्यात है। मगर धरातल पर बात करे तो राजाजी टाइगर रिजर्व अब खोया पाया केंद्र, या फिर कहे तो तलाशी अभियान महकमा ही बन कर रह गया है। हाल ही मे राजाजी की चीला रेंज से गायब नई नवेली स्निफर डॉग रोजी यंहा से गायब हो गयी। अब गायब कहे या लापरवाही यह जिम्मेदारी तय तो विभाग ही करेगा। मगर यह सिलसिला आखिर कब तक चलेगा।

रोजी की तलाश व वन कर्मियों की भूमिका अब पुरे प्रदेश मे चर्चा बनी हुई है। वहीं अब इस घटना के साथ एक नई खबर भी वन्यजीव प्रेमियों के लिए दुःखद भरी है। रोजी जिसके रिप्लेसमेन्ट के तोर पर यहां लायी गयी थी, उस रानी की भी सोमवार देर रात मौत हो गयी। रानी ट्यूमर से ग्रस्त थी, वो राजाजी की शान थी। ज़ब उसे ट्यूमर की परेशानी हुई तो, उसे दरकिनार कर दिया गया, मगर मीडिया ने ज़ब इस बात का संज्ञान लिया, तो इलाज शुरू हुआ, मगर अफ़सोस कल देर रात वो भी अनंत यात्रा पर निकल गयी। रानी तो गयी, मगर रोजी है कहां ?

“स्निफर डॉग रोजी का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है, उसकी खोज लगातार जारी है, पुलिस मे एफआईआर दर्ज करा दी गई है, पुलिस के स्निफर डॉग की भी मदद ली जा रही है, गुलदार द्वारा शिकार बनाये जाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। “
कोको रोजे, निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व।
मोतीचूर की T1 व T2 बाघीनो के बाद क्या रोजी भी होंगी इतिहास के पन्नो मे दर्ज, कौन करेगा जिम्मेदारी तय ?
रोजी के गायब होने के बाद वन कर्मी भी सकते मे है। आखिर ट्रेनिंग मे लाखो रुपयों खर्च करने के बाद भी रोजी की हिफाजत क्यों नहीं हो सकी। आखिर ऐसा क्या हुआ, की गेट से वो निकल गयी, और किसी ने उसे देखा तक नहीं। क्या ये उस राजाजी प्रसाशन के लिए सवाल नहीं है, जो एक बार फिर एक नए बाघ को लाने की तैयारी मे जुटा हुआ है। गौरतलब है की रोजी का मामला पहला नहीं है। कुछ वर्ष पूर्व मोतीचूर रेंज मे दो बाघीन T1,T2 कहां गयी, यह अब तक पहेली है। टाइगर ट्रांसलोकेशन राज्य वन महकमे के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। लाखो रूपये खर्च करने, जगह जगह कैमरे लगे होने, व अधिकारियों की लगातार मॉनिटरिंग के बाद टी 1व टी 2 कंहा गई, क्या इस हाई प्रोफइल प्रकरण की जांच हुई। टाइगर मॉनिटरिंग टीम मे कौन कौन थे, वो क्या कर रहे थे, वो भी सवाल है। और अब क्या रोजी भी इतिहास बन चुकी है, इसका जवाब कौन देगा, या फिर कौन है इसका जिम्मेदार, यह भी बड़ा प्रश्न है। राजाजी प्रसाशन अब क्या कार्यवाही करेगा यह सवाल बड़ा है।