स्वरूप पुरी/सुनील पाल
राज्य में इस सत्र के लिए वन्यजीव पर्यटन की शुरुआत हो गयी है। कुमाऊँ मंडल में स्थित जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व व गढ़वाल मंडल में स्थित राजाजी टाइगर रिजर्व के पर्यटक गेट आज से सैलानियों के लिए खोल दिये गए है। हर वर्ष मॉनसून सीजन के दौरान सुरक्षा के लिहाज 15 जून को सभी पर्यटक गेट बंद कर दिए जाते है। आज राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर , चीला व रानीपुर गेटो पर विधिवत रूप से पूजा अर्चना कर जंगल सफारी का शुभारंभ किया गया। चीला रेंज में वन्यजीव प्रतिपालक आलोकि ने फीता काट गेट का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर देश के विभिन्न कोनो से आये भारतीय सैलानियों व विदेशी पर्यटकों में जंगल सफारी को लेकर उत्साह नजर आया।
मोतीचूर व रानीपुर में हुआ गेटो का विधिवत पूजन
वन्ही राजाजी की मोतीचूर व रानीपुर गेट पर रेंज अधिकारी महेश सेमवाल द्वारा विधिवत पूजा अर्चना की गई। वन्यजीव प्रतिपालक प्रशांत हिन्दवान व पूर्णिमा ने फीता काट कर गेट का शुभारंभ किया। इस मौके पर दिल्ली व हरियाणा के विभिन्न छेत्रो से आये सैलानी सफारी को लेकर उत्सुक नजर आए। मोतीचूर रेंज में इस बार पर्यटक 22 किमी का ट्रैक करेंगे । इस मार्ग पर कॉर्बेट से लाये गए बाघो की साइटिंग होना आम बात है। वन्ही पार्क के सभी गेटो में रोटेसन प्रणाली लागू की गई है।
“चीला ट्रैक पर सबसे ज्यादा पर्यटकों की आमद दर्ज की जाती है, पूरे सफारी मार्ग को दुरुस्त कर दिया गया है, पर्यटकों की सुरक्षाव सुविधा के लिए वनकर्मियों की कई टीम तैनात की गई है, वन्ही इस बार विभाग द्वारा रोटेसन प्रणाली के तहत वाहनों का संचालन किया जाएगा। “
आलोकि, वन्यजीव प्रतिपालक ,चीला-गोहरी रेंज राजाजी।
“मोतीचूर ट्रैक बेहद ही खूबसूरत ट्रैक है, वन्ही कॉर्बेट से टाँसलोकेट किये गए बाघों को लेकर भी पर्यटक उत्सुक है, जंगल सफारी को रोटेसन प्रक्रिया के तहत विभाग संचालित करेगा।”
प्रशांत हिन्दवान, वन्यजीव प्रतिपालक देहरादून राजाजी।