स्वरुप पुरी / सुनील पाल
राज्य में अब मौसम अपना मिजाज बदलने लगा है। बारिश की सम्भावनाओ के बीच कल देर रात राज्य के कुछ स्थानों में बर्फवारी हुई। देर रात हुई इस बर्फ वारी से लोगो को सूखी ठंड से निजात मिलेगी। गंगोत्री धाम में सीजन की पहली बर्फ वारी हुई। गंगोत्री के निचले छेत्रो में हल्की बारिश से मौसम सुहाना हो गया है। गंगोत्री के साथ यमुनोत्री धाम में भी मौसम बदलने लगा है। माँ यमुना की शीतकालीन गद्दी खरशाली में भी जम कर बर्फ गिरी।
मसूरी के लाल टिब्बा ने ओढ़ी बर्फ की चादर, पर्यटन व्यवसाइयो के चेहरे खिले
देर रात मसूरी छेत्र में भी हल्की बारिश हुई। साथ ही लाल टिब्बा छेत्र में हल्की बर्फ भी गिरी। राज्य में चारधाम यात्रा के समापन के बाद व्यवसाइयो को शीत पर्यटन का इन्तजार रहता है। बर्फ गिरते ही पर्यटक बड़ी संख्या में यहां पंहुचते है। राज्य में मसूरी, चकराता, जोशीमठ का ओली हो या फिर अन्य उचाई वाले छेत्र, यहां बर्फवारी का आनंद उठाने लाखो की संख्या में यहां पर्यटक पंहुचते है। स्थानीय लोगो के जीवन यापन में शीत पर्यटन बहुत ही अहम भूमिका निभाता है। वहीं क्रिसमस व नववर्ष से पूर्व हुई बर्फवारी पर्यटन व्यवसाय की दृस्टि से बेहतर संकेत है, उम्मीद है की जल्द ही ओर ज्यादा बर्फ वारी होंगी।