स्वरुप पुरी / सुनील पाल
अक्सर चर्चाओ मे रहने वाला वन महकमा एक बार फिर चर्चा मे है। मामला राज्य मे एक आईएफएस अफसर की नियुक्ति से जुडा हुआ है। राजाजी टाइगर रिजर्व के नवनियुक्त निदेशक राहुल कुमार को आखिर कार राजाजी के निदेशक पद से हटा दिया गया है। जब से राहुल कुमार की नियुक्ति राजाजी टाइगर रिजर्व मे हुई थी तभी से चर्चाओ का बाजार गर्म था। वन महकमे ने राहुल के ट्रांसफर को लेकर उनके द्वारा(राहुल ) लिखें पत्र का जिक्र किया है। पत्र मे उन्होंने राजाजी को छोड़ने को लेकर पत्र लिखा था। जिसका संज्ञान लेकर महकमे ने आज उन्हें अवमुक्त कर नई तैनाती दे दी है, मगर आखिर ऐसा क्यों हुआ। राजाजी मे निदेशक की कुर्सी बेहद ही हॉट मानी जाती है।
ट्रांसफर सीजन मे इस कुर्सी को पाने के लिए बड़ी जद्दोजहद होती है। भाग्यशाली अफसर ही इसे पाता है। फिलहाल इस कुर्सी की रेस मे आईएफएस धर्म सिंह मीणा, राजीव धीमान, कहकशा नसीम समेत कई आला अधिकारी है। अब देखना होगा की इस कुर्सी पर कौन अधिकारी आसीन होता है।
पाखरो प्रकरण से आये चर्चा मे, कोर्ट के रुख को भाप लिया पद छोड़ने का फैसला
आईएफएस राहुल कुमार कॉरबेट मे तैनाती के दौरान हुए पाखरो प्रकरण मे काफी चर्चा मे रहें । जिसको लेकर उन्हें जिम कोर्बेट के निदेशक पद से हटा दिया गया था। यह मामला अभी कोर्ट मे चल रहा है। वंही पाखरो प्रकरण मे हटाए जाने के बावजूद पिछले माह उन्हें राजाजी मे तैनाती दे दी गयी थी।